True wellness comes when the ancient sciences of Indian Yog, Nisargopchar & Ayurveda walk hand in hand with natural healing
आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा – यही है स्वस्थ जीवन की त्रिवेणी।
आज जब दुनिया तनाव, अवसाद और जीवनशैली संबंधी रोगों से जूझ रही है, ऐसे समय में आयुर्वेद हमें यह सिखाता है कि स्वास्थ्य दवाओं से नहीं, बल्कि जीवनशैली और प्रकृति से मिलता है।
Healthy body, peaceful mind, natural life
आयुर्वेद दिवस 2025 का उद्देश्य है — “परंपरागत ज्ञान को आधुनिक जीवनशैली से जोड़ना।”
आयुर्वेद, जिसे “जीवन का विज्ञान” कहा जाता है, सिखाता है कि स्वास्थ्य केवल रोग न होना नहीं है, बल्कि मन, शरीर और आत्मा का संतुलन है।
- दिनचर्या (Dinacharya) – सही समय पर सोना, उठना और भोजन करना।
- ऋतुचर्या (Ritucharya) – मौसम के अनुसार खानपान और जीवनशैली।
- औषधियां और जड़ी-बूटियां – जैसे अश्वगंधा, तुलसी और हल्दी, जो रोग-प्रतिरोधक क्षमता और मानसिक शांति बढ़ाती हैं।
Yog jeevan ki raha he, ayurved jeevansheli he our nisargopchar uska upchar
“प्रकृति से दूर जाना ही रोग है, और प्रकृति से जुड़ना ही उपचार।”
आशिर्वाद योग नॅचरोपॅथी कॉलेज इसी दर्शन को आगे बढ़ाते हुए विद्यार्थियों और समाज को आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा का व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करता है।
इस आयुर्वेद दिवस 2025 पर आइए हम सब मिलकर यह संकल्प लें –
- प्रतिदिन योग और प्राणायाम को जीवन का हिस्सा बनाएं।
- हर्बल औषधियों और संतुलित आहार को प्राथमिकता दें।
- तनावमुक्त जीवन के लिए ध्यान और योगनिद्रा का अभ्यास करें।
- समाज में आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा का संदेश फैलाएं।
आशिर्वाद योग नॅचरोपॅथी कॉलेज आप सभी से आह्वान करता है –
"आयुर्वेद को अपनाएँ, योग को जीवनशैली बनाएँ और प्राकृतिक चिकित्सा से स्वस्थ एवं संतुलित जीवन का मार्ग चुनें।"
Reconnect with nature, reconnect with yourself
"आयुर्वेद और योग केवल उपचार नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला है। जब हम प्रकृति से जुड़ते हैं, तभी हम सच्चे अर्थों में स्वस्थ और सुखी बनते हैं।"
Ashirwad Yog-Naturopathy College
Canada Corner, Nashik
📞 9890656146 / 9890656147
🌐 Website: www.ashirwadync.com